तीन साल से टूटा पड़ा रेलवे रोड, नहीं जागी नगर पालिका – व्यापारियों की टूटी उम्मीदें, उधड़ी ज़िंदगी

3 साल पहले अतिक्रमण अभियान की फोटो


तीन साल से टूटा पड़ा रेलवे मार्ग, नहीं जागी नगर पालिका – व्यापारियों की टूटी उम्मीदें, उधड़ी ज़िंदगी

फर्रुख़ाबाद, 20मई 2025 – फर्रुख़ाबाद शहर का प्रमुख रेलवे मार्ग, जो कभी व्यापार की रफ्तार था, पिछले तीन वर्षों से टूटा और उपेक्षित पड़ा है।  नगर पालिका की अनदेखी और प्रशासन की चुप्पी ने इस मार्ग को कब्रगाह में बदल दिया है – और इसके नीचे दब गए हैं हज़ारों व्यापारियों के सपने।

व्यापारियों का दर्द: “रास्ता टूटा नहीं, रोज़गार टूटा है”

रेल्वे रोड की दुकानों के शटर दिन-ब-दिन गिरते जा रहे हैं। कई दुकानदार जो पिछले 25 वर्षों से स्टेशन रोड पर किराने की दुकान चला रहे हैं, कहते हैं,
“पहले जहां दिनभर ग्राहकों की भीड़ होती थी, अब वहां धूल उड़ती है। ग्राहक आएंगे कैसे? सड़क ही नहीं है…”

रोहित शर्मा, जो स्टेशन के पास चाय का स्टाल लगाते हैं, बोले –
“सरकारी अफसर लोग आते हैं, फोटो खिंचवा के चले जाते हैं। कोई ज़मीनी काम नहीं होता। तीन साल हो गए, सड़क का कोई काम नहीं हुआ है दिनभर जाम लगा रहता है

नगर पालिका की निष्क्रियता

नगर पालिका की ओर से कई बार मरम्मत के वादे किए गए, बजट की बात की गई, लेकिन अब तक सिर्फ फाइलें सरकती रहीं, काम का पहिया नहीं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारी सिर्फ निरीक्षण करते हैं, कार्यवाही कभी नहीं होती।

जनजीवन प्रभावित

छात्रों को स्कूल और कोचिंग जाने में रोज़ाना परेशानी होती है।

बुजुर्गों और बीमारों को हॉस्पिटल पहुँचने में दिक्कत।

ट्रेन यात्रियों को मुख्य सड़कों तक पहुँचने में दोगुना समय लग रहा है।

रात में अंधेरे में गिरने की घटनाएं आम हो गई हैं।

सवाल पूछती सड़क

ये टूटा रेलवे रोड अब केवल एक रास्ता नहीं, बल्कि एक प्रश्न बन गया है – प्रशासन कब जागेगा?
क्या फर्रुख़ाबाद की जनता को बुनियादी सुविधा पाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा?

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