
बुधवार देर रात आई तेज आंधी और बारिश ने जिलेभर में कहर बरपाया। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक तेज हवाओं ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। जगह-जगह पेड़ गिर गए, बिजली के पोल टूट गए और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी रात ठप रही। वहीं, आम के बागों में भारी नुकसान होने से बागवानों की मेहनत पर पानी फिर गया।
रात करीब 11:10 बजे अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। फर्रुखाबाद-कायमगंज मार्ग पर बरौन, बक्सुरी, रजलामई सहित कई स्थानों पर पेड़ सड़कों पर गिर गए, जिससे यातायात बाधित हुआ। राजेपुर क्षेत्र में कई पेड़ और बिजली के पोल टूट गए। कई स्थानों पर पेड़ों की डालें बिजली लाइनों पर गिरने से फाल्ट हो गया, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
शहर में बारिश रुकने के बाद विद्युत विभाग ने कुछ इलाकों में आपूर्ति बहाल कर दी, लेकिन राजेपुर, अमृतपुर, शमसाबाद, कंपिल और मोहम्मदाबाद जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी रात अंधेरा छाया रहा। स्थानीय लोगों ने बताया कि सूचना देने के बावजूद रात में कोई कर्मचारी मरम्मत के लिए नहीं पहुंचा।
सबसे अधिक नुकसान आम के बागवानों को हुआ। कायमगंज और कमालगंज क्षेत्र में आंधी के कारण बड़ी संख्या में आम टूटकर गिर गए। बागवान राकेश, अनोखेलाल और चांद खां ने बताया कि तेज आंधी ने आधे से अधिक फसल को बर्बाद कर दिया है। उनका कहना है कि इस बार आम की पैदावार बेहतर थी और उन्हें अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी, लेकिन मौसम की मार ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हालांकि, आंधी-बारिश से भीषण गर्मी से लोगों को कुछ राहत जरूर मिली है। उधर, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने बताया कि आंधी के कारण कई स्थानों पर पोल टूटे हैं। कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल की जाए।