
फर्रुखाबाद-24 मई….कीरतपुर गाँव में एक चमत्कार हुआ है!
नहीं, आसमान से कोई देवता नहीं उतरे, बल्कि बस ख़बर आई कि नोडल अधिकारी विशेष सचिव डॉ. राजेश कुमार प्रजापति निरीक्षण पर आ सकते हैं — और गाँव की किस्मत एक ही रात में पलट गई।
जो पेयजल आपूर्ति एक साल से थकी-हारी बैठी थी, उसने भी जैसे अचानक जीवनदान पा लिया हो। नलकों से पानी क्या, मानो ‘विकास’ झरने लगा हो। स्कूल, जो अब तक छात्रों के भरोसे जी रहा था, वहाँ सफेदी और पुताई ऐसी चलाई गई कि दीवारें खुद शरमा जाएं।
गाँव में ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ ऐसे दौड़ीं जैसे कोई VIP बारात निकल रही हो। सड़क किनारे जो कूड़ा खुद को ज़मीन का हिस्सा मान बैठा था, उसे भी उठाकर कहा गया – “अब तुम नगर निगम के लायक नहीं रहे।”
हाथ धोने की सुविधा, जो अब तक ‘हाथ जोड़ने’ की हालत में थी, वो भी मल्टीपल वॉशिंग ज़ोन बन गई। साबुन भी ऐसे पहुंचे जैसे UNICEF ने विशेष दान दिया हो।
सबसे मज़ेदार बात तो यह रही कि सफाई के लिए आस-पास के गाँवों से भी कर्मियों की ‘इंपोर्ट’ शुरू हो गई। मानो कीरतपुर कोई VIP ज़ोन हो और बाकी गाँव उसके लिए वर्कशॉप।
यह सब क्यों हुआ? बस इसलिए कि साहब के निरीक्षण की भनक लग गई थी। अब सोचिए, अगर भनक से इतना हो सकता है, तो अगर साहब सच में आ जाएं तो शायद गाँव में मेट्रो लाइन भी खिंच जाए!
गाँव वालों की आंखों में अब एक ही सपना है –
“हे प्रशासन! यह निरीक्षण रोज़ भेजो,
कीरतपुर को फिर से स्वर्ग बना दो!”