
UN की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा: AI से खतरे में 40% नौकरियां, महिलाओं की जॉब्स पर सबसे ज्यादा असर
नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ एक तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि नौकरी बाजार की दिशा बदलने वाला तूफान बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र के व्यापार और विकास संगठन (UNCTAD) ने अप्रैल 2025 में जारी एक रिपोर्ट में आगाह किया है कि दुनिया भर में करीब 40% नौकरियां AI से प्रभावित हो सकती हैं।
इसमें कई नौकरियां पूरी तरह से खत्म हो सकती हैं, जबकि बहुत-सी नौकरियों का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा। महिलाओं की नौकरियों पर इसका खतरा पुरुषों से अधिक बताया गया है।
AI से प्रभावित होने वाली शीर्ष 8 नौकरियां
1. मानव संसाधन (HR)
IBM जैसी कंपनियां अब AI के जरिए भर्ती प्रक्रिया को अंजाम दे रही हैं। सीवी छांटना, उम्मीदवारों की प्रोफाइल जांचना जैसे कार्य अब मानव कर्मचारियों की जगह AI कर रहा है।
2. ड्राइवर और डिलीवरी वर्कर्स
सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक के कारण टैक्सी और डिलीवरी सेवाओं में बदलाव आ सकता है। हालांकि भारत में नियमों और सड़क संरचना के चलते इस तकनीक के बड़े पैमाने पर अपनाए जाने में समय लगेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहले ही कह चुके हैं कि भारत में ड्राइवरलेस कारों को अनुमति नहीं मिलेगी।
3. IT और कोडिंग
अब नो-कोड और लो-कोड प्लेटफॉर्म्स की वजह से तकनीकी ज्ञान के बिना भी कोडिंग संभव हो गई है। इससे एंट्री-लेवल आईटी नौकरियां प्रभावित हो रही हैं।
4. साइबर सुरक्षा
AI का इस्तेमाल न केवल सुरक्षा में, बल्कि साइबर हमलों को अंजाम देने में भी हो रहा है, जिससे साइबर थ्रेट और अधिक जटिल हो सकते हैं।
5. सेल्स और कस्टमर सर्विस
Klarna जैसी कंपनियां अब AI चैटबॉट्स के ज़रिए करोड़ों ग्राहकों से बातचीत कर रही हैं, जो सैकड़ों कर्मचारियों के बराबर कार्य करते हैं।
6. रिटेल और रेस्टोरेंट वर्कर्स
सेल्फ-चेकआउट सिस्टम, स्टॉक मैनेजमेंट और ऑटोमेटेड सर्विस के जरिए अब भारत के रिटेल स्टोर्स और फूड चेन में बदलाव देखा जा रहा है।
7. ऑफिस कम्युनिकेशन
AI अब ईमेल, रिपोर्ट और प्रेजेंटेशन भी तैयार कर सकता है। कंपनियों ने AI अवतार का उपयोग करके वर्चुअल मीटिंग्स और अर्निंग कॉल्स में हिस्सा लेना शुरू कर दिया है।
8. मार्केटिंग और सोशल मीडिया
कंटेंट जेनरेशन, विज्ञापन डिजाइन और ट्रेंड एनालिसिस जैसे काम अब AI टूल्स से तेजी से और सस्ते में हो रहे हैं, जिससे मैनपावर की जरूरत घट रही है।
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क्या डरने की जरूरत है?
विशेषज्ञों का कहना है कि हर तकनीकी बदलाव नई नौकरियों के द्वार भी खोलता है।
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट बताती है कि AI अधिकतर कामों को पूरी तरह नहीं कर पाएगा।
MIT के प्रोफेसर डेविड ऑटोर कहते हैं कि
> “आज जो 60% नौकरियां मौजूद हैं, वे 1940 में थीं ही नहीं।”
इसका मतलब साफ है — AI पुरानी नौकरियां खत्म करेगा, लेकिन नई नौकरियों की शुरुआत भी करेगा।