
यहाँ उस पत्र के आधार पर एक न्यूज़ रिपोर्ट तैयार की गई है:
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फर्रुखाबाद में वकीलों पर मुकदमे के खिलाफ बार काउंसिल सख्त, डीजीपी को पत्र भेज कार्रवाई की मांग
लखनऊ, 3 जून 2025:
बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सह-अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने पुलिस अधिकारियों द्वारा अधिवक्ताओं के विरुद्ध कथित अनुचित कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को एक पत्र लिखा है। यह पत्र फर्रुखाबाद जनपद की घटना से संबंधित है, जहां बार एसोसिएशन फतेहगढ़, फर्रुखाबाद के पदाधिकारियों द्वारा शिकायत की गई थी कि पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के विरुद्ध गलत तरीके से मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्रदीप कुमार सिंह के अनुसार, विवाद का समाधान जिला न्यायालय परिसर में मौजूद जिला जज द्वारा आपसी सहमति से कराया जा चुका था, इसके बावजूद पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इसे अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई का “स्पष्ट संकेत” बताया है।
बार काउंसिल ने मांग की है कि पुलिस विभाग मामले की निष्पक्ष जांच कर अधिवक्ताओं के विरुद्ध दर्ज मामलों को वापस ले। साथ ही दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में अधिवक्ता समाज को अनावश्यक उत्पीड़न से बचाया जा सके।
पत्र में यह भी कहा गया है कि यदि ऐसे मामलों पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो इससे सरकार की छवि धूमिल होगी और न्यायपालिका व वकील समुदाय के बीच संबंधों में खटास आ सकती है।
मुख्य मांगें:
अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमों की वापसी
दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई
अधिवक्ता-पुलिस संबंधों में सौहार्द बनाए रखने की अपील
बार काउंसिल की इस सख्त प्रतिक्रिया को अधिवक्ता समाज ने समर्थन दिया है और उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द इस पर सकारात्मक कदम उठाएगी।