
हाँ, यह सच है कि हाल ही में भारत ने अर्थव्यवस्था के मामले में जापान को पीछे छोड़ दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक जैसे वैश्विक संगठनों के अनुसार:
भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है (नाममात्र GDP के आधार पर) — अमेरिका और चीन के बाद। जापान अब चौथे स्थान पर है।
मुख्य कारण:
1. भारत की तेज़ आर्थिक वृद्धि दर – भारत की GDP वृद्धि दर पिछले कुछ वर्षों से 6-8% के बीच रही है।
2. जापान की धीमी वृद्धि और जनसंख्या संकट – जापान की जनसंख्या घट रही है और वहां वृद्ध लोगों की संख्या अधिक है।
3. भारतीय बाजार का आकार और युवा जनसंख्या – भारत में खपत और निवेश की क्षमता अधिक है।
भारत की ताकत:
आईटी और सेवा क्षेत्र में मज़बूती
स्टार्टअप और डिजिटल अर्थव्यवस्था का तेज़ विकास
मेक इन इंडिया और PLI जैसी योजनाओं से उत्पादन में वृद्धि
यह रहा भारत और जापान की अर्थव्यवस्थाओं की एक तुलना (2024 के अनुमानित आँकड़ों पर आधारित):
सूचकांक भारत जापान
💥GDP (नाममात्र, USD में)
~$3.73 ट्रिलियन ~$4.23 ट्रिलियन (2023)
💥GDP (संचयी क्रय शक्ति – PPP)
~$13 ट्रिलियन ~$5.6 ट्रिलियन
💥GDP वृद्धि दर
~6.8% ~1.0%
💥जनसंख्या
~142 करोड़ (1.42 बिलियन) ~12.4 करोड़ (124 मिलियन)
💥औसत आय (per capita GDP)
~$2,600 ~$33,000
मुख्य क्षेत्र सेवा, आईटी, निर्माण ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी
निष्कर्ष:
कुल GDP में भारत अब जापान के करीब या आगे निकल चुका है, विशेषकर PPP आधार पर भारत काफी आगे है।
जनसंख्या और बाज़ार की दृष्टि से भारत को वैश्विक निवेशक अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं।
हालांकि प्रति व्यक्ति आय और विकास के स्तर में जापान अभी भी काफी आगे है।