
बारिश क्या हुई, जैसे बादलों ने फर्रुखाबाद पर सारे बदले एक ही दिन में उतारने की ठान ली। चंद मिनटों की बारिश ने शहर को इस कदर जलमग्न कर दिया कि लोग यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वो सड़क पर चल रहे हैं या किसी नदी को पार कर रहे हैं
शहर की मुख्य सड़कें, गलियां और बाज़ार सब पानी में डूब गए हैं। कुछ जगहों पर तो स्थिति ऐसी है कि लोग अपने घरों से निकलने के लिए ‘प्लास्टिक की टंकी’ या ट्यूब का सहारा ले रहे हैं।
प्रशासन का रुख:
जब नगर पालिका से संपर्क किया गया तो एक अधिकारी ने बड़ी ही मासूमियत से कहा:
“देखिए, बारिश हमारे बस की बात नहीं… जनता बस तैरना सीख ले तो बेहतर रहेगा!”
उनके अनुसार, नालों की सफाई समय पर हुई थी, लेकिन पानी ने अपना रास्ता बदल लिया। और जनता से अपील की गई है कि संयम बनाए रखें और “पानी को उसका रास्ता दें।”
स्थानीय लोग बोले:
एक दुकानदार बोले,
“साहब, अब दुकान नहीं खोलते, नाव लाकर बैठ जाते हैं… ग्राहक खुद तैरता हुआ आए तो सौदा करें!”
सोशल मीडिया पर वायरल:
लोगों ने फर्रुखाबाद को ‘नया वेनिस’, ‘जलनगरी’ और ‘स्विमिंग हब’ जैसे उपनाम दे दिए हैं। मीम्स और वीडियो की भरमार है — एक वीडियो में स्कूटी पर बैठा युवक पानी में चलते हुए कह रहा है:
“भाई स्कूटी नहीं, स्कूबा डाइविंग कर रहा हूँ!”
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निष्कर्ष:
फर्रुखाबाद में फिलहाल बारिश के बाद पानी है, परेशानी है और ऊपर से प्रशासन की अद्भुत तटस्थता।
जनता अब भगवान से नहीं, सर्फ एक्सेल से प्रार्थना कर रही है —
“दाग अच्छे हैं, पर अब सूखने को ज़मीन भी तो दो!”